दिल कि हसरतो को दिल में दफना दिया हमने
जो सपने देखे आँखों ने ,आँसुओ में बहा दिया हमने
रस्मो कि दिवार तोडना मुश्किल लगा
दिल तोड़कर तुम्हारा लो खुद को कातिल बना दिया हमने . .............
जो सपने देखे आँखों ने ,आँसुओ में बहा दिया हमने
रस्मो कि दिवार तोडना मुश्किल लगा
दिल तोड़कर तुम्हारा लो खुद को कातिल बना दिया हमने . .............