दोस्ती- एक एहसास

हर रिश्ता दिया था खुदा ने विरासत में मुझे,
एक दोस्ती का रिश्ता मैंने कमाया है
बेजान सी जा रही थी जिन्दगी मेरी
तुने आकर इस जिन्दगी में नया मोड़ लाया है
कई रिश्तो ने दिया था मुझे आंसुओ का सबब
एक दोस्ती थी तेरी जिसने हसना सिखाया है
ठोकर लगी तो सोचा डगमगा जायेंगे कदम
तुने हर उस मोड़ पे आकर मुझे चलना सिखाया है
कहते है हर मोड़ पर ,हर दर्द में ,खुदा आ नहीं सकता
खुद की परछाई मिलकर उसने ये रिश्ता बनाया है
एक मौका मिला है मुझको तो कह लेने दे मुझे
तुने आकर इस जिन्दगी में मुझे..मुझसे मिलाया है