प्यार क्या है .... ???

प्यार बेबसी है कंही तो प्यार बेरुखी  कंही'
प्यार उसे गले लगाना भी  है तो प्यार बिछड़ जाना  है कंही
प्यार आँखों में खो जाने का नाम है ..तो प्यार बिना उम्मीद भी उसका  हो जाने का नाम है
प्यार रूठने मनाने का सिलसिला है कंही तो प्यार बंदिशों में जुड़ा अरमां है कंही
प्यार इन्तजार है कंही तो प्यार इम्तिहान है कंही
प्यार  ख़ुशी का नाम है तो ...कंही प्यार बेबस आँखों की नमी का नाम है
अभी सिखने है प्यार के अंदाज कई
सुना है प्यार जिंदगी भी है तो  प्यार बंदगी है कंही
प्यार उसे टूटे दिल से चाहना भी है.... प्यार खुद से मिलनेवाला आइना भी है
 लोग कहते है प्यार जुदा होना भी है ..... अब  तक यही समझा है  प्यार खुदा भी है
प्यार बिखर कर उसे जोड़ना भी है ... तो प्यार खुद अपना दिल तोडना भी है