भाभी....

माँ के बाद तुम्हारे हाथो से कभी खाए थे निवाले
माँ के बाद तुम्हे चाहेंगे दिल आयी थी सदा
कुछ खताओं की सजा तुमसे जुदाई होगी
ऐ खुदा  इस दर्द को हम कैसे संभाले
जैसे जैसे तेरा दामन इन हाथो से छूटा है
दिल कई टुकड़ो में मर मर के जिया है
भाभी आज तुमसे मिलो का फासला है बहोत
कोई लम्हा नहीं जब तुम्हे याद करके आंसू ना बहा है.………।